कृष्ण सुदामा चरित्र के साथ भागवत समारोह सम्पन्न, धर्म जागरण की महती आवश्यकता – साध्वी गोशिका गिरी

कृष्ण सुदामा चरित्र के साथ भागवत समारोह सम्पन्न
धर्म जागरण की महती आवश्यकता – साध्वी गोशिका गिरी…
राजगढ़ सादुलपुर के महाराणा प्रताप चौक के पास स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में चल रहा भागवत ज्ञान का 15 नवम्बर को पंचदेव आराधना के साथ सम्पन्न हो गया। समापन समारोह में बड़ी संख्या में नर नारियों की भागीदारी रही, जो कृष्ण सुदामा मिलन दृश्य को देख कर भाव विह्वल नजर आए। बहल (हरियाणा) अलख आश्रम के महंत श्री विकास गिरी महाराज के साथ गोकुलपुरा के महंत श्री बलवीर गिरी, गुजरात के संत श्री भोला गिरी तथा बहल के सन्त श्री आत्मानंद भी समारोह में शामिल हुए।
इस अवसर पर युवा कथा वाचिका साध्वी गोशिका गिरी ने कृष्ण सुदामा चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जीवन में मित्रता का तभी महत्व हो सकता है जिसमें नि:स्वार्थ आत्मीयता का भाव हो। उन्होंने भागवत महापुराण की व्याख्या करते हुए कहा कि इसके किंचित मात्र अनुसरण से घर परिवार और समाज की विषमताएं बहुत कम हो सकती है। साध्वी ने सनातन धर्म जागरण और धर्म प्रेमियों को नव चेतना जागृति की महती आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम के आयोजन आत्माराम संतोष देवी जांगिड़ सहित सरिता सुशील, ममता बबलू कुमार तथा आयोजन संयोजक पुजारी चिरंजीवी पार्वती देवी शर्मा दंपति का साध्वी ने व्यास पीठ से स्वागत अभिनंदन किया गया। इसके अलावा भाजपा के प्रमुख नेता महावीर पूनियां, पंडित अजय शास्त्री पंडित, विमल कांत शास्त्री, रामावतार बैरासरिया,I डॉ. हरिराम रोहिल्ला, सरोज जैन, दिल्ली से आए हुए जानकी लाल एवं सुमित्रा शर्मा तथा अनु शर्मा का भी स्वागत अभिनंदन किया गया। भागवत आयोजन में विशेष सहयोग करने वाले पत्रकारों मदन मोहन आचार्य, भंवर सिंह राजपूत, विनोद गौतम, जयराम आचार्य, नवीन जांगिड़, सुनील मेघवाल तथा श्याम जैन को भी साध्वी ने आशीर्वाद देते हुए व्यास पीठ से शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया।