आरजेएस परीक्षा में चूरू एक बार फिर चूरू का परचम…

आरजेएस परीक्षा में चूरू एक बार फिर चूरू का परचम…
विधि एवं कानून के क्षेत्र में बेहतर दखल रखने वाले चूरू के युवाओं ने एक बार फिर न्यायिक मजिस्ट्रेट परीक्षा में अपना परचम फहराया है। 27 अक्टूबर को राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से घोषित आरजेएस-2024 परीक्षा परिणाम में चूरू के पांच युवाओं ने सफलता हासिल की है। अदिति फगेड़िया, आकांक्षा शर्मा, पूनम अग्रवाल, सौरभ बंसल, वेदांत शर्मा का चयन अंतिम रूप से आरजेएस-2024 में हुआ है, जो अब न्यायिक मजिस्ट्रेट बनेंगे।
आरजेएस चयनित अदिति फगेड़िया चूरू के निकटवर्ती गांव बास जसवंतपुरा के ओमप्रकाश फगेडि़या एवं कल्पना फगेड़िया की पुत्री हैं। अदिति के माता-पिता शिक्षा सेवा से जुड़े हैं। अदिति ने बताया कि वह अपने प्रथम प्रयास में मात्रा डेढ़ अंक से चूक गई थी। इसके बाद निराश होने की बजाय पुनः पूरी एकाग्रता से तैयारी की और उन गलतियों पर विशेष ध्यान दिया, जिनके कारण असफलता मिली।
सौरभ बंसल के पिता कैलाश बंसल एक व्यवसायी हैं तथा माता एक गृहिणी हैं। उन्होंने विधि सत्संग संस्था में अपनी तैयारी की तथा कड़ी मेहनत से यह सफलता हासिल की। उन्होंने सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, माता-पिता, मित्रों तथा विधि सत्संग परिवार संस्था में मिले कुशल मार्गदर्शन को दिया है।
पूनम के पिता ताराचंद अग्रवाल एक व्यवसायी हैं तथा माता सुनीता अग्रवाल एक गृहिणी हैं। पूनम ने भी अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद तथा मार्गदर्शक चंद्रशेखर पारीक व महेंद्र सैनी को दिया है। पूनम ने कहा कि यदि मन में कुछ करने की इच्छा हो तो निश्चित ही उस दिशा में कार्य कर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
इसी प्रकार, चूरू के प्रतिभा नगर निवासी वेदांत शर्मा पुत्र मुरारी लाल शर्मा का प्रथम प्रयास में न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद पर चयन हुआ है। मुरारीलाल संयुक्त निदेशक (स्कूल शिक्षा) कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं तथा उनकी माताजी मंजू शर्मा गृहिणी है। वेदांत ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर की कृपा, माता-पिता के आशीर्वाद और विधि सत्संग के मार्गदर्शन को दिया है।